एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR): एक बढ़ती हुई वैश्विक चुनौती
“मैं जीता हूँ इस आशा में, कि यह दीया जलता रहेगा, यह वतन महकता रहेगा।”
आज का दिन हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की शहादत की याद दिलाता है। अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलते हुए उन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। आइए, उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहें।
बापू को शत-शत नमन! जय हिंद! वंदे मातरम्!