एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR): एक बढ़ती हुई वैश्विक चुनौती
सुभाष चंद्र बोस जयंती, जिसे पराक्रम दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 23 जनवरी को मनाई जाती है। यह दिन भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
नेताजी को उनकी देशभक्ति, अदम्य साहस और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है। उन्होंने आजाद हिंद फौज (इंडियन नेशनल आर्मी) की स्थापना की और उनका प्रसिद्ध नारा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरित करता है।
इस अवसर पर पूरे देश में भाषण, सांस्कृतिक कार्यक्रम और श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले आयोजन किए जाते हैं। यह दिन हमें उनके बलिदान और संघर्ष से प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करता है।